lord shri ram was pleased to hear the words of lord shankar filled with knowledge and religion - Prabhasakshi latest news in hindi
भगवान शंकर ने यहाँ अपने मन की स्थिति व भगवान की आज्ञा का कितना सुंदर समन्वय बनाया। वे भगवान राम से रुष्ट भी तो हो सकते थे। वे कह सकते थे, कि हे प्रभु! आप भी..
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